भारतीय टीम ने नंबर एक टीम बनने
भारतीय टीम ने नंबर एक टीम बनने वेÀ fलए बहुत मेहनत की है, उनको लाख-लाख बधाई इस उपलfब्ध वेÀ fलए
भारतीय टीम सारी दुfनया की सबसे कfरश्माई टीम है, इसने नंबर एक रैंfवंÀग प्राप्त तो की, लेfकन बहुत ही चमत्काfरक तरी॰वेÀ से की। वह चमत्कार यह है fक fपछले आठ महीने में भारतीय टीम ने छह से लेकर आठ fखला॰fडयों को लगातार टीम में बदला। fजसमंे रहे गंभीर, पाfथ&व पटेल, मुरली fवजय, जयंत, रहाणे, सामी, करूण नायर, अfमत fमश्रा, इतने fखलाड़ी बदलकर कर भी आप नंबर एक बने रहते हैं यह बात बहुत ही हैरत में डालने वाली और fनराली हो जाती है। जबfक हर नंबर एक की टीम लगातार एक साल तक अपने fवजयी टीम को ही हरेक मैच में साथ लेकर चलती है। जब तक fक उसका कोई fखलाड़ी घायल नहीं हो जाता है। लेfकन कोहली का अध्ययन बहुत ही गहरा है और बहुत ही fक्रÀकेट वेÀ आला दजे& वेÀ fवद्वान की तरह है, या यह कह सकते हैं fक उनकी ॰fकस्मत ऐसी चल रही है fक वे fजस fखलाड़ी पर हाथ रख दे रहे हैं वह इंसान पारस या सोना बन जा रहा है। करूण नायर का fतहरा शतक इसी बात का उदाहरण है।
अब ऑस्टे्रfलया दूसरा टेस्ट हारने वेÀ बाद यही सोच रही है fक भारत में आकर खेलना यानी यही है fकअपनी टीम का जना॰जा मय्यत fनकालने वेÀ बराबर हो चुका है। इंग्लैंड , न्यèजीलैंड और द. अ॰ÖाÀीका भारत आकर अपना जना॰जा-मय्यत 3-0 से fनकाल चुकी है, बांग्लादेश का भी वही हाल हुआ, लंका-fवंडीज को तो उनकी मांद में जाकर हमने हराया। अब ऑस्ट्रेfलया का भी वही हाल होने वाला है। अगर हम ऑसी की तैसी नहीं भी कर पाये तो हम इस साल की दुfनया की नंबर एक टीम बनकर सामने आ रहे हैं क्योंfक इसका कट ऑ॰फ टाइम एक अप्रैल है, यानी अब हमें नंबर वन बनने से भगवान भी नहीं रोक सकता है। अगर अब हम पाक से भी खेले तो उनका सूपड़ा आराम से सा॰फ कर सकते हैं, क्योंfक ऑस्ट्रेfलया ने पाक का पहले ही सूपड़ा सा॰फ 3-0 करवेÀ उनका जना॰जा fनकाल चुका है।
इससे पहले जब हम नंबर एक टीम टेस्ट fक्रÀवेÀट मंे बने थे तब हमारे पास बेहद अनुभवी fखलाडी टीम में थे जो अस्सी टेस्ट खेल चुवेÀ थे-सहवाग, ॰जहीर, हरभजन, सfचन, द्रfवड़, गांगुली, गंभीर, लक्ष्मण, आfद आfद। लेfकन इस बार हम जब नंबर एक टीम बने हैं हमारे पास सबसे ॰ज्यादा टेस्ट खेलने वाले कोई नहीं हैं, वेÀवल 45 या 50 टेस्ट खेलने वाले ही fखलाडी हैं मतलब fपछली बार से आधा कम अनुभव रखने वेÀ बाद भी यह टीम नंबर एक बन चुकी है, यह बेहद मावे&À की बात कही जा सकती है, शायद एक नयी टीम इससे पहले ऐसा कfरश्मा नहीं कर पायी है, यह भी एक खोज का fवषय हो सकता है।
इस बात वेÀ fलए fवराट कोहली को fजतनी शाबाशी दी जाय कम है, वे इस समय दुfनया वेÀ सबसे युवा कप्तान हैं, इतना जवान तो कोई कप्तान नहीं हैं। इनसे हारकर इंग्लैंड वेÀ कप्तान एfलस्टर वुÀक ने कप्तानी से तौबा करवेÀ कप्तानी से इस्ती॰फा दे fदया। कोहली से घबराकर धौनी ने भी कप्तानी से तौबा कर fलया। और कोहली ने इंग्लैंड वेÀ ॰fखला॰फ टी 20 और एकfदनी श्रृंखला बहुत ही तगड़े मुकाबला करने वेÀ बाद जीती है। आपको याद होगा fक आज से छह महीने पहले चार टीमें एक दूसरे को दबोचकर-वुÀचलकर नंबर एक टीम बनने की कोfशश पूरी जान लगाकर कर रही थीं। ये टीमें थीं, पाfकस्तान जो दो सप्ताह तक नंबर एक टीम बन भी चुकी थी, द. अ॰ÖाÀीका, ऑस्टे्रfलया में जाकर उन्हें बुरी तरह से दबोच चुकी थी, इधर भारत में आकर इंग्लैंड भारत को दबोचने की कोfशश कर रही थी। लेfकन अंत में बहुत ही कलात्मक और धमावेÀदार तरी॰वेÀ से भारतीय टीम fपछले आठ महीने से लगातार नंबर एक टीम बनकर अपनी बादशाहत साfबत कर रही थी। नंबर एक पर पहुँचना आसान होता है, लेfकन उसे साल भर तक बरकरार रखकर दस लाख का पुरस्कार जीत कर अपना नाम इfतहास में दज& करवा लेना बेहद मुfश्कल होता है, उसवेÀ fलए एडी चोटी का ॰जोर लगा देना बेहद ॰जरूरी हो जाता है।
टेस्ट fक्रÀवेÀट में नंबर एक की रैंfवंÀग पर पहुँचना बेहद मुfश्कल होता है। क्योंfक टेस्ट की अन्य सभी टीमें आप पर आक्रÀमण करने पर पूरी तरह से हावी रहती है। हर कोई एक-दूसरे को दबोचने वेÀ fलए हावी रहता है। सभी टीमों में कम से कम पचास fखलाड़ी होते हैं जो अपने हुनर से अपनी टीम को नंबर एक पर पहुँचाने पर पूरी जान लगा fदया करते हैं। इसमें सबसे बड़ी बात यह होती है fक हरेक देश में आजकल fक्रÀवेÀट जीतने पर उनवेÀ देश वेÀ fक्रÀवेÀट बोड& को प्रचार ही नहीं fमलता है, बfल्क उनवेÀ देश वेÀ मैदान पर लोग fक्रÀवेÀट देखने वेÀ fलए आया करते हैं। टीम हार जाती है तो कप्तानों का इस्ती॰फा देना शुरू हो जाता है, टीम को पूरी तरह से बदल देने की जद्दोजहद शुरू हो जाती है, हारने वाली टीम मीfडया से भरपूर अपमान सहती है।
2007 वेÀ fवश्वकप में हारने वेÀ बाद सfचन ने fक्रÀवेÀट छोड़ने की सोची थी, उनकी पत्नी ने समझाया तब जाकर वे माने। इस तरह वेÀ fडप्रेशन से fखलæाडी गुजरा करते हैं। यह सब सहते हुए fक्रÀवेÀट खेला जाता है तो fफर जब हम दूसरी बार यह पहला नंबर हाfसल कर रहे हैं तो हमें जमकर ॰खुfशयाँ ॰जरूर मनानी चाfहए। इससे पहले जब हम नंबर वन बने थे त्ाब मेरी इच्छा बहुत थी fक अपनी न॰जरों से एक बार भारत की इस नंबर एक टीम को मैदान पर देखता हूँ। उस fदन जब उन सभी को हैदराबाद में न्यू॰जीलैंड वेÀ साथ खेलते देखा तो fदन भर मेरी आँख से ॰खुfशयों वेÀ आँसू बहते ही जा रहे थे, आज सात साल वेÀ बाद हमने वही मुकाम हाfसल fकया है तो बहुत ही ॰खुशी महसूस हो रही है। क्योंfक हमने fक्रÀवेÀट तब से देखा है जब गावस्कर ने इंग्लैंड वेÀ साथ 221 रन की पारी खेली थी, और तब तो भारत म॰जबूत टीम को बहुत ही कम बार हराया करता था। क्योंfक 20 से तीस साल तक fवंडी॰ज का ही दबदबा था। हर fदन अ॰खबारों में तब हम भारतीय टीम की ॰फजीहत देखा करते थे, हर बार हार, हर दूसरे टेस्ट में ॰फालोऑन, हम मन झुंझला जाता था, लेfकन हमने fक्रÀवेÀट वेÀ प्रfत हमने कभी भी प्रेम नहीं छोड़ा था।
बाद में जाकर जब श्रीकांत और सहवाग का fक्रÀवेÀट में पदाप&ण हुआ था, उसवेÀ बाद हमारे fदलों में भरपूर ॰खुfशयाँ भरने लगी थी, जब fवश्वकप 1983 मंे ॰फाइनल मैच में श्रीकांत ने fवंडी॰ज वेÀ f॰खला॰फ माल्कन माश&ल को टेfनस गेंद तरह छक्का मारा था, उसवेÀ बाद से हम जो बेहद ॰खुfशयाँ मना रहे हैं, वो आज जाकर कोहली ने भी हमारे जीवन की बहुत बड़ी ॰खुशी हमें दी हैं हम उनवेÀ fलए ह्दय से आभारी हैं। हे भगवान कोहली को आप सदा सलामत रखना, इस मेरे प्यारे से बच्चे का मैं लाख-लाख शुfक्रÀया अदा करता हूँ fक fक्रÀकेट की इस उच्चतम कला टेस्ट fक्रÀवेÀट में आपने जो भारतीय टीम का परचम दुfनया भर में लहराया है, वह कम से कम कहें तो यह दुfनया की सबसे अनुपम भेंट fक्रÀवेÀट प्रेfमयों को दी गयी है, यह बात गव& से कही जा सकती है। मैं आपको कोहली वेÀ बारे में एक बहुत ही इमोशनल बात कहना चाहता हूँ fजसे पढ़कर आप भी रो पड़ेंगे fक उनके fपता की मृत्यु अचानक हो गयी थी, मरने वेÀ बाद fपता का अंfतम संस्कार करना था, और उसवेÀ fलए कोहली को ही वंÀधा देने वेÀ fलए जाना था, आपको उनवेÀ fक्रÀवेÀट की भfक्त वेÀ बार में बताता हूँ fक उसी समय कोहली को एक मैच खेलने जाना था, तो पहले कोहली ने अपना कम& fकया fक्रÀकेट मैच खेला और बाद में जाकर fपता की अंत्येfष्ट की, तब वह बात लोगों को बुरी लगी होगी fक पहले fपता की f॰जम्मेदारी पूरी क्यों नहीं की, आज जब भारत पहले नंबर की टीम बन चुकी है, अब जाकर पता चलता है fक कोहली ने fक्रÀवेÀट वेÀ प्रfत से जी जान से भfक्त की है। वह सच्ची भfक्त बनकर आज सामने आयी है। सच में जब जीवन में कम& सबसे बड़ा हो जाता है, तो सामने दूसरी बातें कमतर fदखने लग जाती है।
एक बार पत्रकार उदयन शमा& धम&युग पfत्रका वेÀ fलए काम कर रहे थे, उनवेÀ पास उस fदन अगले सात घंटे तक का काम दे fदया गया था, तभी ॰खबर आयी fक उनवेÀ fपता की मृत्यु हो गयी है, उन्होंने पहले सात घंटे का अपना कम& fकया उसवेÀ बाद अपने fपता वेÀ fक्रÀयाकम& वेÀ fलए गये। सfचन तेंडुलकर वेÀ fपता गुजरने वेÀ बाद वे भारत आये अंत्येfष्ट की,और अगले ही fदन 1999 का fवश्वकप खेलने गये और वहाँ जाकर उन्होंने शतक भी बनाया अगले ही मैच में। सो, कम& जब fसर पर चढ़ जाता है, और तब करोड़ों लोग आपसे आशा करने लग जाते हैं तो आपको जी जान लगा देना चाfहए। आज भी जब भारतीय टीम बहुत कम स्कोर पर आउट हो जाती है तो करोड़ों लोगों को भारत में नींद नहीं आती है। क्योंfक भारत fक्रÀवेÀट पीता है, fक्रÀवेÀट वेÀ साथ सोता है, fक्रÀवेÀट वेÀ साथ भोजन करता है, fक्रÀवेÀट वेÀ साथ उठता है, ऐसे में नंबर एक की टीम बनना भारत वेÀ fलए fकतनी ॰खुशी की बात है अब आप समझ गये होंगे।
भारत की तासीर और ॰fफतरत में बहुत ही जुनूनी लोग fमल जाया करते हैं जो अपने कम& को अपनी जान से ॰ज्यादा चाहा करते हैं। और जुनूfनयत से काम करते हैं वही लोग स॰फल हुआ करते हैं। सो, हम गव& से कह सकते हैं fक आज की तारी॰ख में fवराट ने अपना fवराट रूप सामने लाया है, fवराट का मतलब होता है, बहुत बड़ा रूप भगवान वेÀ जैसा, एक बार fवष्णु भगवान ने अपना fवराट रूप fदखाया था तो उसमें पूरा ब्रहमड रूप fदखायी fदया था तो सारी दुfनया अवाव्À, अचंfभत, हैरान बौरान परेशान हो गयी थी, वही fस्थfत आज भारत वेÀ इस नौfनहाल fवराट कोहली की हो गयी है, वह इस समय पूरी दुfनया पर पूरी शान से राज कर रहे हैं। बहुत-बहुत बधाई भारतीय टीम, fवराट को ॰खासकर, fवराट भैय्या आगे बढ़ो हम आपवेÀ साथ हैं।
Its not my fіrst time tto visit this website, і am visiting this website dailly ɑnd tаke goоd
ReplyDeleteinfoormation frοm here ebery day.
What's up i am kavin, its my frst time to commenting anywhere,
ReplyDeletewhen i read this paragraph i thought i could alxo make comment due to this good piece of writing.